>साकेतनगर में केडीए के भूखंड पर बने पार्क का मामला
>महिलाओं के विरोध के बाद बुलडोजर का लगा ‘बैक गियर’
>भारी विरोध के बाद केडीए ने अभियान किया स्थगित
Kanpur।साकेतनगर में एक जमीन खाली कराने गई KDA टीम को यहां पर जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा. भाजपा नेताओं के साथ महिलाओं और स्थानीय लोगों के विरोध की वजह से केडीए के बुलडोजर को आखिरकार बैक गियर लगाने पर मजबूर होना पड़ा। जिस जमीन को लेकर केडीए और स्थानीय लोगों के बीच संग्राम छिड़ा हुआ है।वहां पर अब एक पार्क बन गया है।इस पार्क में सैकड़ों की संख्या में पेड़ लगे हुए हैं।बताया जा रहा है कि डब्ल्यू ब्लॉक जूही कला में भूखंड संख्या 70 को केडीए ने एक संस्था को आवंटित किया था।साल 1984 में इस भूखंड की रजिस्ट्री कराने की भी बात कही जा रही है।हालांकि, कुछ वजहों के चलते यहां पर आवंटी का कब्जा नहीं हो पाया।इसके बाद यह भूखंड धीरे धीरे पार्क में तब्दील हो गया।इस बीच आवंटी उपभोक्ता फोरम चला गया।इसके बाद मामला हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा।इसी के बाद बुधवार को केडीए अधिकारी दो बुलडोजर और भारी फोर्स के साथ आवंटी को कब्जा दिलाने पहुंचे थे।इसकी सूचना जैसे ही स्थानीय लोगों को मिली, तो वह लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।मौके पर भाजपा के दक्षिण जिलाध्यक्ष शिवराम सिंह, श्रम प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक भूपेश अवस्थी और तमाम अन्य लोग आ गए।स्थानीय महिलाएं भी बुलडोजर के आगे खड़ी हो गईं।
लोगों का कहना था कि यहां पर सभी ने अपनी मेहनत से पार्क विकसित किया है, सैकड़ों पेड़ लगे हैं, इसके बाद अब केडीए अधिकारी सारे पेड़ काटना चाहते हैं।उन्होंने कहा कि वह लोग किसी कीमत पर पार्क को बर्बाद नहीं होने देंगे।केडीए सचिव और भाजपा नेताओं की बातचीत के बाद बुलडोजर यहां से वापस हुआ, केडीए सचिव ने बताया कि जनभावनाओं को देखते हुए बीच का रास्ता निकाला जाएगा।कल इसको लेकर दोनों पक्षों के बीच बैठक होगी।
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