Tuesday, October 15, 2024
No menu items!
HomeKanpur Newsभविष्य में Remote सेंसिंग और जीआईएस के दायरे और अनुप्रयोगों के बारे...

भविष्य में Remote सेंसिंग और जीआईएस के दायरे और अनुप्रयोगों के बारे में बताया

Kanpur।कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय( csjmu)में स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज ने पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया । इस अवसर पर डॉ हरीफ बाबा साहेब वैज्ञानिक एफ नेशनल Remote सेंसिंग सेंटर ISRO हैदराबाद द्वारा एक आमंत्रित व्याख्यान दिया गया । उन्होंने राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर इस वर्ष की थीम “चंद्रमा और उससे आगे की खोज के दौरान पृथ्वी अवलोकन के माध्यम से जीवन को छूना” पर एक व्याख्यान दिया है। उन्होंने उपग्रहों और विभिन्न कक्षाओं में उनकी गति और इसके कारण होने वाले अपेक्षित परिणामों के बारे में बहुत अच्छी जानकारी दी है। उन्होंने निकट भविष्य में रिमोट सेंसिंग और जीआईएस के दायरे और अनुप्रयोगों के बारे में भी बताया है। उन्होंने उपग्रह डेटा जानकारी की मदद से पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं में जलवायु परिवर्तन के महत्वपूर्ण कारणों, प्रभावों और प्रबंधन पर जोर दिया। उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन, हिमनदों के पिघलने, समुद्र स्तर में वृद्धि के बारे में बताया और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के माध्यम से पर्यावरणीय स्थिरता समाधान का सुझाव दिया। और विभिन्न सतत विकास लक्ष्यों में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के विशाल योगदान के बारे में बताया। इस आमंत्रित वार्ता का संचालन सीडीसी और स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज के निदेशक प्रोफेसर आर के द्विवेदी की देखरेख में डॉ. द्रोपदी यादव और डॉ. अंजू दीक्षित द्वारा किया गया। इसमें स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज सीएसजेएमयू विश्वविद्यालय परिसर के कई संकाय सदस्यों और छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

# Remote

https://www.parpanch.com/do-pest-management-in-paddy-crop-through-natural-methods-dr-jagdish-kishore/?swcfpc=1

Share
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular