New Delhi। तिरुपति मंदिर के प्रसाद में Fish oil मिलने की पुष्टि हुई है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तिरुपति मंदिर के प्रसाद में घी की जगह जानवरों की चर्बी मिलाने का आरोप लगाया था। इसके बाद सैंपल जांच के लिए भेजे गए। अब जांच के बाद रिपोर्ट सामने आई है जिसमें फिश ऑयल मिलने की बात कही गई है। बुधवार को सीएम ने पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी पर आरोप लगाया था कि जगन राज में तिरुपति मंदिर के प्रसाद में घी की जगह जानवरों की चर्बी मिलाई गई।
एक कार्यक्रम के दौरान नायडू ने कहा था कि प्रसाद में घी की जगह जानवरों की चर्बी और घटिया क्वालिटी का सामान इस्तेमाल होता था। उन्होंने कहा कि हमने ये सुनिश्चित किया कि प्रसाद में असली घी, साफ-सफाई और अच्छी क्वालिटी का ध्यान रखा जाए।
जगन मोहन रेड्डी का पलटवार
सीएम नायडू के इस बयान पर जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वायएसआरसीपी ने भी जवाब दिया। इसमें कहा गया कि चंद्रबाबू नायडू ने दिव्य मंदिर तिरुमाला की पवित्रता और करोड़ों हिंदुओं की आस्था को नुकसान पहुंचाकर बहुत बड़ा पाप किया है। चंद्रबाबू नायडू द्वारा तिरुमाला के प्रसाद पर की गई टिप्पणी बेहद घटिया है। मनुष्य जन्म में जन्मा कोई भी व्यक्ति ऐसे शब्द नहीं बोलता और न ही ऐसे आरोप लगाता है। एक बार फिर यह साबित हो गया है कि राजनीति के लिए चंद्रबाबू कुछ भी गलत करने से नहीं हिचकिचाएंगे।
https://www.parpanch.com/air-pollution-increases-the-risk-of-brain-stroke/?swcfpc=1