- Green park में अधूरे कामों को जल्द पूरा करने के दिए आदेश
कानपुर। Green park में भारत और बांग्लादेश के मध्य अगले माह 27 सितंबर को होने वाले अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच के लिए एक माह से भी कम का समय बचा है। बावजूद अभी तक स्टेडियम में कई काम अधूरे पड़े है जिसको लेकर बुधवार को ग्रीनपार्क का निरीक्षण करने आए मंडलायुक्त ने नाराजगी जाहिर करते हुए इन्हें जल्द पूरा करने के आदेश दिए। इसके अलावा ग्रीन पार्क की लगातार घट रही दर्शक क्षमता को लेकर भी उन्होंने सम्बन्धित विभागों से जानकारी जुटाकर इसे बढ़ाने के लिए प्रस्ताव बनाकर देने को कहा है।
बुधवार दोपहर कानपुर मंडल के कमिश्नर अमित गुप्ता ने स्टेडियम का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सबसे पहले मैदान की स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद न्यू प्लेयर पवेलियन और फिर दर्शकों की बैठने की जगह का निरीक्षण किया। जहां फटे सोफे और खिड़कियों के टूटे शीशे देख कर उन्होंने कहा कि जो-जो कमियां इस बिल्डिंग में है उसकी सूची तैयार करें और जो काम जिस विभाग का हो वह पूरी जिम्मेदारी के साथ इसको जल्द से जल्द पूरा कराए। खेल विभाग के अंडर में जो क्षेत्र आता है वहां का काम उपनिदेशक खेल के द्वारा कराया जाए और जो भाग उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अंडर में आता है उसे वहां के अधिकारी जल्द से जल्द पूरा करें। यदि कोई काम PWD के स्तर से होना है तो उसे भी बताएं ताकि समय रहते अधिकारियों को लगाकर काम को पूरा करा दिया जाए।
पवेलियन की छतों से टपकता मिला पानी
मंडलायुक्त जब न्यू प्लेयर्स पवेलियन में पहुंचे तो वहां पर कई जगह से पानी टपक रहा था। इसके अलावा ग्रीनपार्क के अंदर बने रेस्टोरेंट की तरफ पहुंचे तो वहां की पहली मंजिल में फर्श पर पानी भरा हुआ था। पता चला कि ऊपर छत के रास्ते से पानी टपकता रहता है, जिसके कारण यहां पानी भरा हुआ है। इन सभी कमियों को जल्द से जल्द दूर करने के निर्देश दिए गए।
तीन-तीन ड्रेसिंग रूम के चलते गिरी दर्शक क्षमता
ग्रीन पार्क की लगातार गिर रही दर्शक क्षमता के बारे में कमिश्नर ने जब जानकारी जुटाई तो सामने आया कि पिछले एक दशक से यहां हुए नए निर्माण में दर्शकों के बैठने की बजाए खिलाड़ियों के ड्रेसिंग रूम को तवज्जो दी गई। प्लेयर्स पवेलियन का निर्माण होने के बाद से धीरे-धीरे दर्शक क्षमता कम हो गई, क्योंकि जब से ग्रीनपार्क बना है, उसके बाद से खिलाड़ियों के लिए तीन प्लेयर्स पवेलियन अभी तक बन चुके हैं, लेकिन दर्शकों के लिए गैलरी का निर्माण नहीं कराया गया। इस कारण दर्शक क्षमता कम होती गई। इस दौरान यूपीसीए के सचिव अरविंद श्रीवास्तव, उप निदेशक खेल आर एन सिंह, नोडल अधिकारी सुजीत श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।