Mumbai । बॉलीवुड अभिनेत्री रानी मुखर्जी और फिल्म मेकर करण जौहर 13 अगस्त को Australian संसद में भाषण देने वाले है। दरअसल, मेलबर्न में 15 अगस्त से 15वां वार्षिक मेलबर्न का इंडियन फिल्म फेस्टिवल (आईएफएफएम) शुरू होने जा रहा है। इस मौके पर दोनों स्टार सिनेमा और यहां के कल्चर के बारे में लोगों को संबोधित करने वाले है। कार्यक्रम में आमंत्रित होने पर रानी ने कहा, सिनेमा के जरिए ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच बढ़ते सांस्कृतिक संबंधों के बारे में बात करना मेरे लिए सम्मान की बात होगी। तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, मराठी, गुजराती, पंजाबी, बंगाली, असमिया, ओडिया, हिंदी और अन्य भाषाओं से बना भारतीय सिनेमा वर्तमान में दुनिया भर में पॉप कल्चर को आकार देने में सबसे आगे है, हमारा टैलेंट और हमारी फिल्में ग्लोबल लेवल पर अपनी छाप छोड़ रही हैं। रानी ने कहा कि भारतीय सिनेमा दुनिया में बहुत खुशी लाता है। हमारी फिल्में लोगों के जीवन में खुशियां और रंग लाती हैं। मैं एक कलाकार हूं और मुझे यह देखकर खुशी होती है कि लोग हमारी फिल्मों से अलग-अलग भावनाएं महसूस करते हैं, जैसे कि हंसी, दर्द, प्यार, और उत्साह। हमारी फिल्में लोगों को एक यात्रा पर ले जाती हैं जहां वे अपनी भावनाओं को महसूस कर सकते हैं और अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं। मैं ऑस्ट्रेलियाई संसद भवन में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए बहुत आभारी हूं। वहीं फिल्ममेकर जौहर ने कहा, मैं इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का हिस्सा बनकर रोमांचित हूं। यह देखना अविश्वसनीय है कि एक इंडस्ट्री के रूप में हम जो कहानियां बनाते हैं, वे कितनी दूर तक जाती हैं, और यह क्षण भारतीय सिनेमा के बढ़ते प्रभाव का प्रमाण है। उन्होंने कहा, मैं इस निमंत्रण के लिए सदन और संसद के सदस्यों का आभारी हूं। फेस्टिवल डायरेक्टर मीतू भौमिक ने कहा, ऑस्ट्रेलियाई संसद भवन में मुख्य वक्ता के रूप में रानी मुखर्जी और करण जौहर का होना फेस्टिवल के बढ़ते प्रभाव और मान्यता का प्रमाण है। फेस्टिवल का समापन 25 अगस्त को होगा।