Bahraich। उत्तर प्रदेश के कई ग्रामीण इलाकों में Wolves के आतंक से लोग परेशान हैं। भेड़िए के हमले से कई लोगों की जान जा चुकी है। भेड़िये के हमलों से सबसे ज्यादा प्रभावित वे लोग हैं, जो या बेघर हैं या जिनके आवास में दरवाजे या मजबूती नहीं है। इन लोगों के रात में रहने के लिए प्रशासन ने पंचायत भवन और प्राथमिक विद्यालयों को आश्रय घर बनाया है।
इन आश्रय स्थलों में रात के समय लोगों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम कर दिए गए हैं, इसमें लाइट, पीने का साफ पानी, शौचालय, पंखे और बिस्तर जैसी सुविधाएं शामिल हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उनके पास अपने घरों में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। भेड़ियों से उनकी जान को खतरा था। इसकारण वे इन अस्थायी आश्रय स्थलों में रह रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में भेड़ियों के हमलों में 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 9 बच्चे शामिल हैं, जबकि लगभग 4 दर्जन लोग घायल हुए हैं। यह गंभीर स्थिति प्रशासन और वन विभाग के लिए चिंता का विषय बन गई है। भेड़ियों को पकड़ने के लिए भारी पुलिस फोर्स, वन विभाग की 7 जिलों की टीमें, शार्प शूटर्स और स्पेशलिस्ट को तैनात किया गया है।
https://www.parpanch.com/nrc-receipt-required-for-aadhaar-in-assam/?swcfpc=1